बेलगाम के नजदीक महाराष्ट्र के चदगड़ तहसील के मांडेदुर्ग कसबे में बड़े भगवे ध्वज का अनावरण करते अभिनेता राज के पुरोहित
काबिलियत और क्षमता जीवन के किसी भी पड़ाव में साबित कि जा सकती है राज के.पुरोहित
बेलगाम ।अभिनेता राजके पुरोहित ने कहा की शिवाजी महाराज ने अपने बचपन मे ही अपनी बहादुरी का लोहा मनवाया था,अपनी छोटीसी उमर मे ही उन्होने अपनी काबिलियत और क्षमता सिद्ध की थी लेकिन आजकल माता पिता अपने बच्चो को इतनी आज़ादी भी नहीं देते है। माता पीता को अपने बच्चे पर भरोसा करना चाहिए।
बेलगाम के नजदीक महाराष्ट्र के चदगड़ तहसील के मांडेदुर्ग कसबे में बड़े भगवे ध्वज का अनावरण करने के बाद बोल रहे थे।इस अवसर पर मांडेदुर्ग के उपसरपंच गोविन्द टक्केकर , सरपंच सुरेखा चौथे , चंदगढ़ तहसील शिवसेना अध्यक्ष डॉ संजय पाटिल अड़ संतोष मलवीकर , डॉ तुकाराम पै अनिल तलगुलकर भी मौजूद थे।
पुरोहित ने आगे कहा कि की जीवन में आदमी को अपनी काबलियत सिद्ध करने के लिए कोई उम्र नहीं चाहिए वह जीवा के किसी भी पड़ाव में वह साबित कर सकता है। इस अवसर पर मराठी नाटक भी आयोजन भी किया गया था।
काबिलियत और क्षमता जीवन के किसी भी पड़ाव में साबित कि जा सकती है राज के.पुरोहित
बेलगाम ।अभिनेता राजके पुरोहित ने कहा की शिवाजी महाराज ने अपने बचपन मे ही अपनी बहादुरी का लोहा मनवाया था,अपनी छोटीसी उमर मे ही उन्होने अपनी काबिलियत और क्षमता सिद्ध की थी लेकिन आजकल माता पिता अपने बच्चो को इतनी आज़ादी भी नहीं देते है। माता पीता को अपने बच्चे पर भरोसा करना चाहिए।
बेलगाम के नजदीक महाराष्ट्र के चदगड़ तहसील के मांडेदुर्ग कसबे में बड़े भगवे ध्वज का अनावरण करने के बाद बोल रहे थे।इस अवसर पर मांडेदुर्ग के उपसरपंच गोविन्द टक्केकर , सरपंच सुरेखा चौथे , चंदगढ़ तहसील शिवसेना अध्यक्ष डॉ संजय पाटिल अड़ संतोष मलवीकर , डॉ तुकाराम पै अनिल तलगुलकर भी मौजूद थे।
पुरोहित ने आगे कहा कि की जीवन में आदमी को अपनी काबलियत सिद्ध करने के लिए कोई उम्र नहीं चाहिए वह जीवा के किसी भी पड़ाव में वह साबित कर सकता है। इस अवसर पर मराठी नाटक भी आयोजन भी किया गया था।
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